उत्तराखंड में शहरी विकास को गति देने और सुनियोजित विकास सुनिश्चित करने के लिए आवास एवं शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने 23 नवंबर 2024 को विभागीय अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में प्रदेश में मास्टर प्लान लागू न किए जाने पर मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई और इसे शीघ्र लागू करने के सख्त निर्देश दिए।
बैठक के मुख्य बिंदु
- मास्टर प्लान की वर्तमान स्थिति:
प्रदेश में 70 नए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। हरिद्वार, रुड़की, नैनीताल और हल्द्वानी के मास्टर प्लान का कार्य प्रगति पर है। देहरादून, काशीपुर, और रुद्रपुर के लिए मास्टर प्लान में संशोधन की आवश्यकता है। - ऋषिकेश का मास्टर प्लान:
वर्ष 2019 में तैयार किया गया मास्टर प्लान अभी तक लागू नहीं हो पाया है। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताई और इसे शीघ्र लागू करने की हिदायत दी।
ऋषिकेश मास्टर प्लान: संभावित विकास का खाका
डॉ. अग्रवाल ने ऋषिकेश के मास्टर प्लान को नगर के सुनियोजित विकास का आधार बताते हुए इसके प्रमुख प्रावधानों को रेखांकित किया:
- परिवहन और कनेक्टिविटी:
- एक नया और भव्य आईएसबीटी (अंतरराज्यीय बस अड्डा) तैयार किया जाएगा, जो योगनगरी रेलवे स्टेशन के पास स्थित होगा।
- चंद्रभागा और लक्ष्मणझूला को जोड़ने के लिए एक नया पुल बनाया जाएगा।
- नीलकंठ रोपवे की स्थापना, जो स्थानीय पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देगा।
- आपदा प्रबंधन:
- आधुनिक और भव्य फायर स्टेशन की स्थापना, जिससे क्षेत्र में आपदा प्रबंधन की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
- ट्रेड कॉम्प्लेक्स और ट्रक टर्मिनल:
- पहाड़ों से आने वाले नागरिकों के लिए कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस और कृषि संबंधी सुविधाओं से युक्त ट्रेड कॉम्प्लेक्स।
- एक ट्रक टर्मिनल, जो परिवहन और व्यापार को सुगम बनाएगा।
- पर्यटन को बढ़ावा:
- मास्टर प्लान में पर्यटन को प्राथमिकता दी गई है, जिससे स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों की आय में वृद्धि होगी।
मास्टर प्लान से संभावित लाभ
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ऋषिकेश मास्टर प्लान लागू होने से:
- मुनिकीरेती, तपोवन, स्वर्गाश्रम, जौंक और लक्ष्मणझूला क्षेत्रों का आधुनिक विकास मॉडल तैयार होगा।
- पर्यटकों और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था और व्यापार को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस बैठक में प्रदेश के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें शामिल हैं:
- सचिव आवास: मीनाक्षी सुंदरम
- चीफ टाउन प्लानर: शालू थिंड
- अपर आयुक्त आवास: पीसी दुमका
- अधीक्षण अभियंता: हरीश चंद राणा
आगे की राह
मंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के मास्टर प्लान को शीघ्र लागू करने के लिए मानचित्र स्वीकृति और अन्य कठिनाइयों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा। मास्टर प्लान के सफल क्रियान्वयन से उत्तराखंड में शहरी विकास को नई दिशा मिलेगी और राज्य की पहचान एक सुनियोजित और आधुनिक शहरी केंद्र के रूप में स्थापित होगी।
ऋषिकेश का मास्टर प्लान उत्तराखंड के शहरी और पर्यटक क्षेत्रों के विकास का महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. अग्रवाल की सख्त हिदायत और विकास योजनाओं पर जोर से यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही प्रदेश में योजनाबद्ध विकास को गति मिलेगी, जिससे नागरिकों, व्यापारियों और पर्यटकों को दीर्घकालिक लाभ होगा।