देहरादून: पंजाब के किसानों द्वारा एम.एस.पी. की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली में चल रहे धरने के समर्थन में, भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन ने गांधी पार्क, देहरादून में उपवास रखते हुए धरना दिया। इस दौरान संगठन ने राजधानी में भूमाफिया राजेंद्र अग्रवाल द्वारा मेंहदीरत्ता परिवार की भूमि हड़पने के प्रयास का मुद्दा भी उठाया।
भूमि विवाद पर यूनियन का रुख
भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा ने आरोप लगाया कि मौजा आरकेडिया ग्रांट, पछवादून में स्थित मेंहदीरत्ता परिवार की कृषि भूमि पर भूमाफिया राजेंद्र अग्रवाल कब्जा करना चाहता है।
- मेंहदीरत्ता परिवार का आरोप:
- अग्रवाल ने सौदे में दिए चेक बाउंस करा दिए और अब तक पैसे नहीं चुकाए।
- वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कृषि मंत्री गणेश जोशी के साथ खिंचवाई गई तस्वीरें दिखाकर प्रभाव और रौब जमाने की कोशिश कर रहा है।
- राजेंद्र अग्रवाल, एक बड़े पुलिस अधिकारी को अपना पार्टनर बताते हुए पुलिस पर दबाव बना रहा है।
यूनियन ने इस मामले को भूमाफिया के बढ़ते प्रभाव और किसानों के अधिकारों पर सीधा हमला बताया।
किसान यूनियन की मांग
- यूनियन ने मेंहदीरत्ता परिवार की मदद की अपील पर तुरंत कार्रवाई की मांग की।
- मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो यूनियन सड़क पर आंदोलन करेगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा ने कहा:
“भूमाफिया द्वारा किसानों की जमीन हड़पने का प्रयास न केवल एक परिवार पर हमला है, बल्कि सभी किसानों के अधिकारों पर चोट है। ऐसे मामलों में सरकार और पुलिस की निष्क्रियता से जनता का विश्वास टूटता है।”
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एम.एस.पी. की गारंटी के लिए समर्थन
धरने के दौरान, यूनियन ने पंजाब के किसानों के दिल्ली में चल रहे आंदोलन को भी समर्थन दिया।
- राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण शर्मा ने कहा कि एम.एस.पी. की कानूनी गारंटी किसानों के लिए जीवनरेखा है।
- केंद्र सरकार से अपील की गई कि वह किसानों की मांगों को गंभीरता से ले।
धरने में शामिल प्रमुख सदस्य
धरने में यूनियन के कई प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे:
- राष्ट्रीय अध्यक्ष: सोमदत्त शर्मा
- राष्ट्रीय प्रवक्ता: अरुण शर्मा
- राष्ट्रीय संगठन मंत्री: नाथूराम चौहान
- उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष: पवन चौहान
- जिला अध्यक्ष (देहरादून): अशोक चौधरी
- अन्य सदस्य:
- राजीव सचदेवा, मेहताब सिद्दीकी, इसरार अहमद
- विनोद चौहान, प्रियव्रत, मोहम्मद अनवर
- उमेश कुमार, राकेश कुमार, किशन सिंह
- मोहम्मद इरशाद, मनमोहन सिंह, जावेद सिद्दीकी
आगे की रणनीति
भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्रशासन इस मामले को नजरअंदाज करता है, तो संगठन राज्यव्यापी आंदोलन करेगा। यूनियन ने किसानों से अपील की है कि वे एकजुट होकर अपनी जमीन और अधिकारों की रक्षा के लिए खड़े हों।
मेंहदीरत्ता परिवार की भूमि विवाद का मामला किसानों के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है। भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन का कहना है कि ऐसे मामलों में कार्रवाई न होने पर किसानों का प्रशासन और कानून पर से विश्वास उठ जाएगा। यूनियन का यह विरोध एक बड़ा संदेश है कि किसान अपनी भूमि और अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।