गोरखपुर: लसाज हर रोज के नए तरीके अख्तियार कर रहे हैं। वे ऐसे तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिनसे अधिकतर लोग अनजान हैं। हाल के दिनों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें साइबर अपराधी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर व्यक्ति को कर्जदार बना दे रहे हैं जानकारी के मुताबिक, ओटीपी किसी अनजान व्यक्ति को न देने के प्रति लोग जागरूक हुए तो अब जालसाज बैंक कर्मी बनकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देने लगे हैं।
जाल में फंसाने के बाद जालसाज क्रेडिट कार्ड से रुपये निकालकर कर्जदार बना दे रहे हैं और लोग इधर-उधर भटक कर अपने रुपये को वापस पाने की गुहार लगाने के लिए मजबूर हो जा रहे हैं। हालांकि, समय से सूचना देने वालों के रुपये वापस भी आ जाते हैं, लेकिन जिसके क्रेडिट कार्ड के रुपये का इस्तेमाल कर खरीदारी हो जाती है, फिर उसे लंबा इंतजार करना पड़ता है।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि साइबर क्राइम की दुनिया का कोई दायरा नहीं है। कुछ भी मुफ्त नहीं है, हर चीज की कीमत चुकानी होती है, बस यही है कि इसका अंदाजा अपना रकम गंवाने के बाद हो पा रहा है। क्रेडिट कार्ड का मुफ्त में लिमिट बढ़ाने के झांसे में आकर कुछ लोगों ने रुपये गंवा दिए हैं। बैंक कभी भी किसी से ओटीपी नहीं मांगता है। इससे बचने के लिए गोरखपुर पुलिस ने सेफ्टी डाटा प्लान तैयार किया है, कोशिश की जा रही है इन जानकारियों को सभी तक पहुंचाया जाए।