बिहार में रविवार को चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर कुछ ऐसा हुआ जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं. सीएम नीतीश जब पटना सिटी के आदि चित्रगुप्त मंदिर में एक कार्यक्रम में पहुंचे तो वहां उन्होंने भाजपा के नेता आरके सिन्हा के पांव छू लिए. अचानक हुई इस घटना के बाद सवाल पूछे जा रहे हैं कि आखिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसा क्यों किया? साथ ही सवाल यह भी कि आरके सिन्हा कौन है जिनके आगे सीएम नीतीश झुक गए? ऐसे में सबसे पहले हम वह वाकया जान लेते हैं जब आरके सिन्हा के आगे मुख्यमंत्री क्यों झुके और पांव क्यों छुए? बताया जा रहा है भाजपा के पूर्व सांसद आरके सिन्हा सीएम नीतीश की प्रशंसा कर रहे थे और इसी पर वह भावुक हो गए.
दरअसल, आरके सिन्हा ने नीतीश कुमार की तारीफ में कहा कि आदि चित्रगुप्त मंदिर का स्वरूप जो बदला है उसका पूरा श्रेय नीतीश कुमार को ही जाता है. एक बुजुर्ग और कद्दावर नेता के मुख से अपनी प्रशंसा सार्वजनिक तौर पर सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इमोशनल हो गए और उन्होंने आरके सिंह के पैर छू लिए. भाजपा के पूर्व सांसद का कहना था कि इस मंदिर की हालत पहले बहुत अधिक खराब थी, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों से और उनके ध्यान देने से मंदिर का स्वरूप पूरी तरह बदल गया. ऐसे में लिए हम जानते हैं कि रविंद्र किशोर सिंह उर्फ आरके सिन्हा कौन हैं?
रविंद्र किशोर सिन्हा उर्फ आरके सिन्हा बिहार के जाने-माने उद्योगपति तो हैं ही, इसके साथ ही वह एक बड़े कद्दावर राजनेता भी हैं. आरके सिंह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद रह चुके हैं, लेकिन इससे भी बड़ी बात यह कि जब 1980 में मुंबई में अटल बिहारी वाजपेई जी की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई तो उस समय संस्थापक सदस्यों में से एक रविंद्र कुमार सिन्हा उर्फ आरके सिन्हा भी थे. इससे भी इतर एक पहचान यह कि वह पत्रकार थे और बाद में छोटा व्यवसाय शुरू किया और आज इतने बड़े बिजनेसमैन बन गए जो 13000 करोड़ रुपये से अधिक के मालिक हैं.
जेपी की प्रेरणा से 1974 में ही कंपनी की स्थापना की और 1985 में इसे प्राइवेट लिमिटेड बना दिया. 1974 का स्टार्ट किया हुआ 50 साल का जो सफर है. आज 3 लाख से ज्यादा लोगों को स्थाई नौकरी दे रहा है. 13000 करोड़ से ज्यादा का इसका टर्नओवर है. पूरे देश के कोने-कोने में कंपनी है. न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी इसके ब्रांच हैं. SIS की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कंपनी का रेवेन्यू 11, 346 करोड़ रुपये है. 374 ब्रांच के साथ SIS भारत के अलावा सिंगापुर, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी अपनी सेवाएं देती है. कंपनी में 2, 83, 000 कर्मचारी (स्थायी-अस्थायी) कार्यरत हैं.
आरके सिन्हा को 2014 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए नामित किया गया था. वर्तमान में वे विभिन्न समितियों के सदस्य हैं. लेकिन अभी आरके सिन्हा इसलिए चर्चा में हैं कि सीएम नीतीश कुमार ने उनका पांव छू लिया. आरके सिन्हा बुजुर्ग हैं और उम्र में नीतीश कुमार से बड़े भी हैं. जेपी से जुड़े रहे आरके सिन्हा और नीतीश कुमार एक तरह से गुरु भाई भी हैं. जब नीतीश कुमार आरके सिन्हा के आगे झुक रहे थे तो उन्होंने सीएम को रोकने की कोशिश की और नीतीश कुमार के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें गले लगाने की भी कोशिश की. लेकिन, नीतीश कुमार का यूं झुकना किसी राजनीति का हिस्सा नहीं बल्कि एक दूसरे के प्रति सम्मान का नाता दर्शाता है.
