बलिया /यूपी: यूपी में योगी बाबा की सरकार चल रही है और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर योगी बाबा बड़े बड़े दावे कर रहे है। एक तरफ डिप्टी सीएम बृजेश पाठक स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर अपनी पीठ थपथपा रहे है। लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था है की सुधारने का नाम नहीं ले रहा है। जिसका उदाहरण बलिया के बांसडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से एक बड़ा मामला सामने आया है जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चितबिसांव की रहने वाली एक महिला डिलेवरी के लिए आई थी
। जहां डिलेवरी के दौरान एनएम और आशा बहु मौजूद थी।लेकिन एनएम की जगह आशा बहु ही डिलेवरी कराने गई। आशा बहु पूनम वर्मा ने गरीब महिला की डिलेवरी कराई।जिसमे एक बच्ची पैदा हुई लेकिन बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया की डिलेवरी में आशा बहु ने बच्ची के पैदा होने के दौरान बच्ची की दाहिनी हाथ निकलते समय तोड़ दी है। कुछ समय बाद महिला अपने घर गई और कुछ देर बाद देखा की बच्ची दाहिनी हाथ टूटी हुई है। जिसको लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर इलाज कराया गया । वहां भी बच्ची का हाथ ठीक नही हुआ। लेकिन गरीब महिला का पति बाहर में रहकर मजदूरी करता है और यहां महिला ने बच्ची के इलाज के लिए दश रुपए सूद पर पांच हजार रुपए लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल में प्लास्टर चढ़वाया। पर वहां भी ठीक नहीं हुआ
पीड़ित महिला तब महिला सीएमओ कार्यालय आकर सीएमओ को पत्र के माध्यम से घटाना की जानकारी दी।अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या योगी सरकार में एनएम की कमी हो गई जो अब आशा बहु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डिलेवरी करा रही है।अब देखना होगा कि सरकार के सरकारी मुलाजिम ऐसे आशा बहुओं के खिलाफ कार्यवाही करेंगे या ऐसे ही चलता रहेगा आशा बहुओं के सहारे डिलेवरी प्वाइंट।