लखनऊ; राजधानी व नोएडा में मायावती शासन काल में बनाए गए स्मारकों को अब किराए पर दिया जाएगा. इसको लेकर सरकर ने बड़ा निर्णय लिया है. दरअसल, आय का जरिया बढ़ाने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है कि मायावती शासन काल में लखनऊ में बनाए गए अंबेडकर पार्क, कांशीराम स्मारक को शादियों व अन्य आयोजनों पर किराए पर दिया जाएगा. जिससे सरकार की आमदनी को बढ़ाया जा सके. इसके अलावा प्रदेश सरकार नोएडा में बने स्मारकों को भी किराए पर देगी. इन पार्कों में शादी कार्यक्रमों के अवाला फिल्मों का फिल्मांकान भी होगा.
इसको लेकर स्मारक समिति बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है. अब बसपा सरकार में बने स्मारकों में सांस्कृतिक, राजनैतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक आयोजनों के अलावा फ़िल्मों और धारावाहिकों की शूटिंग होगी. आय बढ़ाने के लिए बोर्ड ने यह फ़ैसला लिया है. लेकिन सरकार के इस निर्णय को लेकर अब विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं.
सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने सरकार के इस निर्णय पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि इस निर्णय को वापस लिया जाना चाहिए. यदि कोई शराब पीकर मूर्ति तोड़ देगा तो इसकी ज़िम्मेदारी किसकी होगी आय बढ़ानी है तो टिकट किराया बढ़ा दें. लेकिन शादी पार्टी के लिए स्मारक किराए पर देना ठीक नहीं है.