मथुरा के नोहझील थाना क्षेत्र में एक विवाहिता अपने बेटा के साथ अपने पति की दूसरी शादी रुकवाने के लिये अधिकारियों के चक्कर काट रही थी| कई दिनो से और एसपी सिटी के आदेश पर नोहझील थाने पहुची| लेकिन, पीड़ित महिला को वरिष्ठ अधिकारियों सहित एसएचओ नौहझील ने किस तरह गुमराह किया है।
एसएचओ नौहझील ने सुबह से पीड़िता को थाने में बैठा रखा था। पूरे दिन बैठने के बाद रात को जब बारात कोलाना गांव में पहुच गई। तो एस एच ओ ने कहा उनके घर चल रहे हैं। फिर रास्ते में बार- बार रुकने पर पीड़िता ने पूछा तो बोले मैं कहीं नहीं जा रहा आप मेरे पीछे क्यों पड़े हो। और लडके के पिता को भी नोहझील थाने मे हिरासत मे लेकर विठाया था लेकिन जैसे ही शाम हुई, तो उसे भी फिछे के गेट से निकाल दिया|
पीड़ित पक्ष कोतवाल नोहझील से शादी रोकने की गुहार लगाता रहा, लेकिन कोतवाल नोहझील सुवह से पीड़ित को दिलासा दिलाते रहे और रात में पल्ला झाडते हुये नजर आये और कहने लगे कि मे किसी की शादी को कैसे रुकवा सकता हूँ|
लक्ष्मीकान्त शर्मा..