नई दिल्ली, 25 दिसंबर 2024:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उत्तराखंड निवास, नई दिल्ली में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके योगदान को भावपूर्ण स्मरण किया।
अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान का स्मरण
मुख्यमंत्री ने कहा:
“अटल बिहारी वाजपेयी जी न केवल एक कुशल प्रशासक और लोकप्रिय जन नेता थे, बल्कि एक महान वक्ता भी थे। उनकी विचारशीलता और नेतृत्व के लिए समाज के सभी वर्गों ने उन्हें सम्मान दिया। उनके लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि था।”
मुख्यमंत्री ने अटल जी के उत्तराखंड राज्य निर्माण में योगदान को विशेष रूप से रेखांकित किया।
- उत्तराखंड के प्रणेता:
- अटल जी ने उत्तराखंड राज्य के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- राज्य के विकास के लिए उन्होंने कई आधारभूत योजनाएं शुरू कीं।
- उनके प्रयासों से राज्य को विकास की नई दिशा मिली, जिसे उत्तराखंड की जनता कभी नहीं भूल सकती।
अटल जी का व्यक्तित्व और नेतृत्व
मुख्यमंत्री ने अटल जी के व्यक्तित्व को याद करते हुए कहा कि:
- वह ऐसे नेता थे, जो देश के हर कोने में समान रूप से प्रिय थे।
- उनके नेतृत्व में भारत ने आर्थिक और सामरिक दृष्टि से मजबूती पाई।
- वह एक कवि, लेखक, और गहन विचारक भी थे, जिनके विचार आज भी प्रेरणा देते हैं।
उत्तराखंड और अटल जी का विशेष जुड़ाव
अटल बिहारी वाजपेयी का उत्तराखंड से विशेष लगाव था।
- उत्तराखंड राज्य गठन:
- 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड राज्य का गठन अटल जी के प्रधानमंत्री रहते हुए हुआ।
- उन्होंने राज्य के विकास के लिए नीतियों और योजनाओं का खाका तैयार किया।
- उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व के कारण राज्य ने कृषि, पर्यटन और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में तेज प्रगति की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी का जीवन और उनका योगदान सदैव प्रेरणादायक रहेगा।
“उनकी जयंती पर, हम सभी को उनके विचारों और सिद्धांतों से प्रेरणा लेते हुए राष्ट्र और राज्य के विकास के लिए काम करने का संकल्प लेना चाहिए।”
अटल जी की जयंती पर मुख्यमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उत्तराखंड के विकास के लिए उनके सपनों को साकार करने की प्रतिबद्धता दोहराई।