शीतकालीन यात्रा में श्रद्धालुओं को न हो परेशानी: सचिव सुमन की बैठक

0 21,220

देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य शीतलहर और शीतकालीन यात्रा के दौरान यात्रियों और आम जनता को आवश्यक सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करना था।


Advertisement ( विज्ञापन )

मुख्य बिंदु

1. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा:

  • शीतकालीन यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को ठंड के कारण किसी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
  • खराब मौसम और सड़क की स्थिति के आधार पर यात्रियों को यात्रा की अनुमति दी जाए।
  • बर्फबारी के कारण मार्ग बाधित होने की स्थिति में यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका जाए।

2. अलाव और रैन बसेरों की व्यवस्था:

  • रात के समय आवाजाही वाले स्थानों पर अलाव जलाने की अनिवार्यता।
  • रैन बसेरों में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश।
  • जिलाधिकारियों को एनजीओ और स्थानीय नागरिकों के सहयोग से गर्म कपड़े और कंबल वितरित करने के लिए प्लेटफॉर्म बनाने की सलाह।

3. बेसहारा पशुओं का ध्यान:

  • पशुपालन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर बेसहारा पशुओं को ठंड से बचाने की योजना बनाई जाए।

शीतलहर से बचाव के उपाय

गर्भवती महिलाओं का डाटाबेस:

  • जनवरी और फरवरी में प्रसव वाली महिलाओं का डाटाबेस तैयार किया जाए।
  • बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर समय रहते पहुंचाने की योजना बनाई जाए।

बर्फबारी और सड़क सुरक्षा:

  • बर्फबारी के कारण बंद होने वाले मार्गों की पहचान और योजना
    • जेसीबी, स्नो कटर मशीन और टायर चेन की व्यवस्था।
    • साइन बोर्ड और सड़क पर नमक और चूने का छिड़काव
    • तीन महीने के लिए राशन, ईंधन, और रसोई गैस का भंडारण।

सुरंगों और रेडियो पर फोकस

Advertisement ( विज्ञापन )

सुरंगों के लिए एसओपी:

  • सुरंगों की सुरक्षा और संचालन के लिए एसओपी तैयार की जा रही है।
  • जिलाधिकारियों से इस पर सुझाव मांगे गए हैं।

कम्युनिटी रेडियो की स्थापना:

  • उत्तराखंड में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन नीति लागू।
  • 20 लाख रुपये तक का अनुदान एसडीआरएफ फंड से दिया जाएगा।
  • जल्द ही आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

सड़क हादसों और आपदा प्रबंधन पर निर्देश

सड़क हादसों को रोकने की रणनीति:

  • कोहरे के कारण होने वाले हादसों को रोकने के लिए जिला स्तर पर विशेष रणनीति बनाई जाए।
  • पब्लिक अनाउंसमेंट और प्रचार-प्रसार के माध्यम से शीतलहर से बचाव के उपायों पर जागरूकता फैलाई जाए।

आपदा प्रबंधन परियोजना:

  • राज्य और जनपद स्तर पर आपदा प्रबंधन परियोजनाओं का काम तेजी से चल रहा है।
  • जिलाधिकारियों से तय प्रारूप में सूचनाएं जल्द भेजने का अनुरोध।

रैन बसेरों की सफाई और व्यवस्था:

  • रैन बसेरों में साफ-सफाई और महिला-पुरुषों के लिए अलग रहने की व्यवस्था।
  • संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. ओबैदुल्लाह अंसारी ने जिलाधिकारियों को इसे प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।

सचिवालय के निर्देश:

  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीतलहर से निपटने के लिए सभी जिलों को आवश्यक धनराशि प्रदान की है।
  • जिलों को और धनराशि की जरूरत होने पर तुरंत डिमांड भेजने का निर्देश।

सचिव विनोद कुमार सुमन की बैठक ने शीतकालीन यात्रा और शीतलहर के दौरान यात्रियों और आम जनता की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए हैं।

  • यात्रा मार्गों की सुरक्षा, रैन बसेरों की बेहतर व्यवस्था और कम्युनिटी रेडियो जैसे कदम उत्तराखंड को शीतलहर से निपटने में मदद करेंगे।
  • इन प्रयासों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी नागरिक या यात्री सुविधाओं की कमी के कारण असुविधा या जोखिम में न पड़े।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Home
ट्रेंडिंग न्यूज़
State News
Search
error: Content is protected !!