देहरादून उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) से गुरुवार को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के निदेशक सौरभ तिवारी ने राजभवन में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में चलाए जा रहे BIS के अभियानों और कार्यक्रमों की जानकारी दी।
राज्यपाल का BIS को सुझाव
राज्यपाल ने BIS के गुणवत्ता और मानकीकरण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि:
- गुणवत्ता और सुरक्षा:
- BIS उपभोक्ता सुरक्षा और उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रहा है।
- स्थानीय उत्पादों का मानकीकरण:
- BIS को उत्तराखंड के जैविक और पारंपरिक उत्पादों का मानकीकरण करना चाहिए।
- यह कदम इन उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान और प्रतिस्पर्धा दिलाने में मदद करेगा।
- महिला स्वयं सहायता समूहों का सहयोग:
- राज्यपाल ने BIS को महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की गुणवत्ता और वैल्यू एडिशन में सहायता करने का सुझाव दिया।
जागरूकता कार्यक्रम की आवश्यकता
राज्यपाल ने BIS को जागरूकता अभियान चलाने पर बल दिया।
- लक्षित समूह:
- ग्राम प्रधान।
- स्कूल और कॉलेज के छात्र।
- विभिन्न विभागीय अधिकारी।
- उन्होंने कहा कि जागरूकता कार्यक्रम मानकों के महत्व को समझाने में सहायक होंगे, जिससे अधिक से अधिक लोग BIS के कार्यों और मानकों का लाभ उठा सकें।
स्थानीय उद्योगों और उपभोक्ताओं से जुड़ाव
राज्यपाल ने कहा कि BIS को:
- स्थानीय उत्पादकों और उद्योगों के साथ अधिक घनिष्ठ संबंध स्थापित करने चाहिए।
- उपभोक्ताओं और शिक्षण संस्थानों को भी अपनी प्रक्रियाओं और मानकों से परिचित कराने के लिए प्रयास करने चाहिए।
उत्तराखंड के उत्पादों का वैश्विक महत्व
राज्यपाल ने विशेष रूप से कहा कि:
- उत्तराखंड के जैविक उत्पादों का मानकीकरण उनकी गुणवत्ता को बढ़ाएगा।
- इससे राज्य के उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात योग्य बनेंगे।
बैठक के प्रमुख विषय
- गुणवत्ता नियंत्रण और मानकीकरण।
- स्थानीय उत्पादों का मूल्य संवर्धन।
- उपभोक्ता जागरूकता।
- BIS और शिक्षण संस्थानों का सहयोग।
BIS के प्रयासों की सराहना
राज्यपाल ने कहा कि BIS का काम उपभोक्ताओं की सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में अहम योगदान देता है।
- उन्होंने BIS को उत्तराखंड के विकास में स्थानीय उत्पादों के मानकीकरण और ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर BIS के संयुक्त निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे।
राज्यपाल की यह बैठक स्थानीय उत्पादों के मानकीकरण और गुणवत्ता सुधार को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है।
- इससे न केवल उत्तराखंड के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान मिलेगी, बल्कि उपभोक्ताओं के बीच उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर भरोसा भी बढ़ेगा।
- BIS को अब राज्यपाल के इन सुझावों पर अमल करते हुए स्थानीय उत्पादों और समूहों के साथ अधिक जुड़ाव स्थापित करने पर काम करना होगा।