देहरादून-इन दिनों कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना देहरादून में सड़कों की स्थिति जानने को लेकर पदयात्रा कर रहे हैं। इसके तहत वह सड़कों को नाप रहे हैं। सड़कों की दुर्दशा को फेसबुक लाइव कर रहे हैं। लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि स्मार्ट सिटी के नाम पर इतना घोटाला हो गया कि राजधानी की सड़कें पैदल चलने लायक तक नहीं बची हैं। लोग भी उन पर भरोसा कर रहे हैं। साथ ही कह रहे हैं कि आप संघर्ष करो, हम आपके साथ हैं। अब कितने लोग साथ रहते हैं, ये तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन सच ये है कि सूर्यकांत धस्माना एक ऐसा नाम है, जिसे कोई भी मदद के लिए फोन करता है तो वह उसकी जाति, धर्म, किसी पार्टी में राजनीतिक निष्ठा को पूछे बगैर मदद को तैयार हो जाते हैं।
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने स्मार्ट सिटी देहरादून की सड़कों की दुर्दशा के खिलाफ मुहिम छेड़ी हुई है। इसके तहत वह- गड्ढों में सड़क और सड़कों में गड्ढे अभियान, चला रहे हैं। इस अभियान के तहत वह किसी भी क्षेत्र में पैदल भ्रमण करते हैं और सड़क की दुर्दशा जानने के बाद समस्या से मीडिया को भी अवगत कराते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक अक्टूबर को कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व नागरिकों के साथ धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के कारगी बंजारावाला क्षेत्र की सड़कों का पैदल भ्रमण कर निरीक्षण किया। खुदी हुई खस्ताहाल सड़कों की स्थिति के बारे में उन्होंने फेसबुक लाइव के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जिलाधिकारी देहरादून, उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा समेत वरिष्ठ नेताओं को टैग किया। इस दौरान स्थानीय लोगों में सरकार, विधायक, प्रशासन, पूर्व मेयर के प्रति आक्रोश नजर आया और उन्होंने धस्माना से कहा कि आप संघर्ष करो, हम भी साथ देंगे।
धस्माना से स्थानीय नागरिकों व कांग्रेस के क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने शिकायत करते हुए कहा कि इस पूरे क्षेत्र में नगर निगम पार्षद, नगर निगम में निवर्तमान मेयर, वर्तमान विधायक और सांसद सभी भाजपा के हैं। इसके बावजूद पूरे क्षेत्र की सड़कें वर्षों से खुदी पड़ी हैं। उनकी मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए सभी के पास दर्जनों बार गुहार लगाने के बावजूद सड़कों नालियों का हाल बुरा है। सफाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त पड़ी है, लेकिन नगर निगम से कोई सुनने वाला नहीं है।
क्षेत्र की पूर्व प्रधान घनी माला ने कहा कि जब तक क्षेत्र में कांग्रेस का विधायक और प्रदेश में सरकार कांग्रेस की थी, तो कभी क्षेत्र के लोगों को पानी बिजली सड़क सफाई की दिक्कत नहीं हुई। 2017 के बाद क्षेत्र के लोगों को हर समस्या के लिए संघर्ष करना पड़ता है। पूर्व पार्षद व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ललित भद्री ने कहा कि बंजारावाला मथुरावला कारगी क्षेत्र की सड़कों का वर्षों से बुरा हाल है। कभी सीवर लाइन के लिए तो कभी पानी की लाइन के लिए तो कभी नाली निर्माण के लिए सड़कें खोद दी जाती है, किंतु फिर बनने में वर्षों लग जाते हैं।
उन्होंने कहा कि खुदी हुई सड़कों के कारण बरसात में सड़कों में नदी बहने लगी। लोगों को पैदल टू व्हीलर और यहां तक कि चार पहिया वाहन में भी चलना दुभर हो गया। इस मौके पर धस्माना ने कहा कि जो हाल बंजारावाला का है वही हाल कमोबेश पूरे महानगर देहरादून का है। इसे मोदी जी और धामी जी की सरकारों ने स्मार्ट सिटी मान लिया है।
उन्होंने कहा कि शहर की अधिकांश सड़कें खुदी पड़ी हैं। पिछले साल तो शहर में डेंगू फैलने का मुख्य कारण ही खुदी हुई सड़कें थी। अनेक लोगों की मौत तक हो गई। हजारों की संख्या में लोग बीमार पड़े। स्मार्ट सिटी के नाम पर देहरादून में हजारों करोड़ रुपया खर्च किया गया, लेकिन शहर के अधिकांश हिस्सों में सड़कों गलियों का बुरा हाल है। सफाई व्यवस्था ध्वस्त पड़ी हुई है।
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कोरोनाकाल में भी पदयात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने कोरोना से प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी। जो लोग अपनों को खो चुके थे, उनके घर जाकर उनसे मिले थे। जिन लोगों की आमदानी का जरिया समाप्त हो गया था। यानि परिवार का मुखिया का कोरोना के कारण निधन हो गया था, उन्हें धस्माना ने मदद का भरोसा दिलाया। उनके परिवार के बच्चों की शिक्षा व अन्य खर्च को विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से उठाया।
आज भ्रमण के दौरान धस्माना ने कहा कि शहर में आज तक सरकार और नगर निगम व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कोई ड्रेनेज प्लान तैयार नहीं कर पाया। उसके कारण बरसात में पूरा शहर जल भराव के दंश को झेलता है। देहरादून नगर निगम क्षेत्र पूरी पांच विधानसभा क्षेत्र आता है। सभी पांचों सीटों पर भाजपा के विधायक है। उन्होंने कहा कि दो संसदीय यानि कि टिहरी और पौड़ी क्षेत्रों के बड़े हिस्से नगर निगम देहरादून में हैं। दोनों में सांसद भी भाजपा के हैं। लगातार तीन बार नगर निगम देहरादून में मेयर भी भाजपा के रहे। उसके बाद भी राजधानी देहरादून जिसे भाजपा स्मार्ट सिटी कहती है उसकी ऐसी दुर्दशा है तो, इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरी तरह से यहां के सभी जन प्रतिनिधि पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं। वह एक जिम्मेदार विपक्षी नेता होने के नाते जनता की पीड़ा को उठा रहे हैं। साथ ही समय समय पर शासन प्रशासन व सरकार के सामने इनके समाधान की मांग उठाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उन्होंने इन मुद्दों को देहरादून जिलाधिकारी के समक्ष रख कर समाधान की मांग की थी। अब शीघ्र ही वे इस संबंध में उच्च अधिकारियों व मुख्यमंत्री के समक्ष इन विषयों को रख समाधान की मांग करेंगे।