प्रशांत सेमवाल और अधीक्षण अभियंता को सस्पेंड नहीं किया गया तो होगा धरना प्रदर्शन-सोम दत्त शर्मा
ब्यूरो रिपोर्ट- देहरादून
भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन के राष्टीय अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा ने एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी से मुलाकात की और एमडीडीए में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में जानकारी दी उन्होने बताया की लगातार एमडीडीए विभाग से जुडी खबरे सामने आ रही है यहा पर तैनात एई प्रशांत सेमवाल के काले करतूतों का लगातार खुलासा हो रहा है बावजूद कोइ एक्शन नही लिया जा रहा है यही नही उन्होने बताया की उन्होने ज्ञापन दिया है और उसमे दस दिन का समय दिया है की अगर दस दिनों के अंदर भ्र्ष्ट एई प्रशांत सेमवाल और अधीक्षण अभियंता के खिलाफ कार्यवाई नहीं हुई तो भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन MDDA कार्यालय पर धरना प्रदर्शन का प्रोग्राम करेगी जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी होगी। अपने लिखित शिकायत में उन्होने कहा है की एमडीडीए में जिस तरह परिवार वाद अधीक्षण अभियंता के द्वारा फैलाया गया है वो चिंता का विषय है जहा एक तरफ उत्तरखंड में बेरोजगारी है तो वही दूसरी तरफ इस तरह से अपने ही परिवार को आउटसोर्सिंग के जरिये भर्ती करना गलत है यही नहीं उन्होंने अधीक्षण अभियंता के सगे भतीजे मनीष रावत के जेई पद पर कार्यरत होने पर सवाल उठया और सेमवाल के गलत फाइलों के विषय में भी जानाकरी दी है। जानाकरी के लिए आपको बता दे की प्रशांत सेमवाल के काले करतूतों का लगातार खुलासा हो रहा है बावजूद वीसी साहब कुम्भकर्णी नींद सो रहे थे दरसल ऐसा हम नहीं कह रहे है बल्कि विभाग से जुड़े लोग कह रहे थे की वीसी साहब महज निचले कर्मचारियों पर अपना कानून लागू करते है बाकियो पर मेहरबानी करते है इसी बात का जब पता भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा को हुई तो वो अपने सहयोगियों के साथ एमडीडीए ऑफिस जा पहुंचे हालांकि उन्होंने कहा है की एमडीडीए के वीसी ने आश्वासन दिया की जल्दी ही जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी यूनियन के पदाधिकारी ने बंशीधर तिवारी को 10 दिन का समय दिया है अगर 10 दिन में इन समस्याओं का समाधान नहीं होता भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन एमडीए कार्यालय पर एक बाद धरना प्रदर्शन का प्रोग्राम करेगी
काले करतूतों की पूरी सीरीज नीचे आप देख सकते है रोज एक खुलासे के साथ
प्रशांत सेमवाल के काले करतूतों का एक और भंडाफोड़,वीसी साहब और क्या सबूत चाहिए ?